डिसॉइट यूनिवर्स पार्ट 2 : क्यों मुझे कुछ याद नहीं

क्या कभी ऐसा हुआ  है की आप कोई बेहफद साधारण सी चीज़ ही भूल गए हो , जैसे एक नाम या फोन नंबर, जो याद्दाश से मानो मिट ही गया हो? कुछ याद न  रहना वो भी इतनी साधारण चीज़े कभी कभी हम सभी के साथ होती है। लेकिन क्या आपको कभी ऐसा अनुभव हुआ है कि आप एक दिन उठे और आपको अपने अतीत के बारे मे कुछ याद नहीं - ना परिवार, ना दोस्त, ना नौकरी, और ना ही अपना खुद का नाम !डिसोसिएटिव एम्नेशिया से गुज़रते लोगो के अतीत के पन्ने बिलकुल कोरे, बिलकुल साफ़ होते है उन्हें कुछ याद नहीं होता, कुछ भी नहीं।  इस रोग से गुज़रते लोगो का दिमाग अतीत के सभी रास्ते बंद करदेता है और कारण होता है इंसान के साथ हुआ कुछ ऐसा हादसा जो भुला देना कुछ भी याद रखने से बेहतर है। सोचिये की ऐसे लोगो का जीवन कितना दर्दनाक होगा जिनका परिवार है पर उन्हें याद नहीं दोस्त है पर याद नही।

डिसोसिएटिव एम्नेशिया के लक्षण बोहोत अलग अलग तरह के होते है जो इस बीमारी को पहचानने मे एक बड़ी बाधा बनते है। लेकिन इसकी एक पहचान यह है कि आप कुछ यादें या महत्वपूर्ण जानकारी को याद नहीं कर सकते, ऐसा महसूस होता है मानो आपके दिमाग ने अतीत के कुछ हिस्स्सो को यादो के आईने से साफ़ करदिया हो।   डिसोसिएटिव एम्नेशिया एक हैरान करने वाला अनुभव हो सकता है, क्योंकि यह आपको अपने जीवन के लोगों और घटनाओं से अलग कर सकता है।यह रोग बेहद हानिकारक भी हो सकता है क्युकी मालूम नहीं कोनसी बात भूली हुई बातो से जुड़ जाये और व्यक्ति को परेशान करे जैसे की मां लीजिये कोई किसी एक्सीडेंट के करदन इस रोग का शिकार हुआ और सड़क पे चलते हुआ उसने एक एक्सीडेंट होते हुए देखा तो यह दृश्य देखना उस व्यक्ति की भूली यादो से खेल सकता है।  डिसोसिएटिव एम्नेशिया से परिचित होना मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकता है, और  चिंता या डिप्रेशन आपसे दोस्ती करने आ सकते है। इस बीमारी मे निपटना बेहद मुश्किल हो सकता है पर ऐसा कोई रोग नहि जिसका इलाज नहीं तो सही जानकारी और तरीके से करे गए इलाज के साथ इस रोग का भार कंधो से हटाया जा सकता है।

प्रिया की कहानी उदाहरण देती है कि डिसोसिएटिव एम्नेशिया किस तरह से एक व्यक्ति के जीवन को पलट सकता है और किस तरह किसी का साथ इस बिमारी से निपटने मे सहायता कर सकता है। हो सकता है की इस रोग को समझना बोहोत मुश्किल हो सिर्फ उस के लिए नहीं जो इस राह से गुज़र रह है पर उसके लिया भी जो किसी को इस रास्ते से गुज़रते देख रहा है।

प्रिया की यात्रा यह भी प्रदर्शित करती है कि कॉलेज के जीवन के उच्च दबाव वाले माहौल में स्वास्थ्य की देखभाल और मानसिक स्वास्थ्य को महत्व देने की आवश्यकता होती है। अपने आप की देखभाल करके और जब आवश्यक हो तो सहायता मांगकर, हम जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रतिस्थापना और शक्ति बना सकते हैं। साथ ही, संकट को समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य की देखभाल और मानसिक स्वास्थ्य की प्राथमिकता देने की आवश्यकता को भी हाइलाइट किया जाता है।

Write a comment ...